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Showing posts from January, 2023

आपको पेशाब देखकर और इन 5 लक्षणों से पहचान सकते हैं आपको हो गई डायबिटीज की बीमारी, तुरंत करें ये काम आपके लिए लेके आए है कुछ बेहतरीन नुखसे तो फिर आइए जानते हैं।

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आपको पेशाब देखकर और इन 5 लक्षणों से पहचान सकते हैं आपको हो गई डायबिटीज की बीमारी, तुरंत करें ये काम आपके लिए लेके आए है कुछ बेहतरीन नुखसे तो फिर आइए जानते हैं। : वैसे तो डायबिटीज के कई लक्षण हैं लेकिन अगर आपको अचनाक पेशाब से जुड़ी समस्याएं होने लगी हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। पेशाब का रंग या स्मेल से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आप इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। डायबिटीज एक तेजी से बढ़ती गंभीर बीमारी है। इत्तेफाक से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी अग्नाशय को प्रभावित करती है जिससे वो इंसुलिन नामक हार्मोन को बनाना कम कर देता है या बना नहीं पाता। यह हार्मोन ब्लड में शुगर कंट्रोल करने का काम करता है। टाइप 2 डायबिटीज को लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है जबकि टाइप 1 में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आपको इंसुलिन के इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है और वो भी जीवनभर के लिए। डायबिटीज के लक्षण  क्या हैं? डायबिटीज के कई लक्षण हैं जिनमें थकान, धुंधली दिखाई देना, बेवजह वजन घटना, ज्यादा भूख लगना, घाव का जल्दी ठीक नहीं होना, जल्दी इन्फेक्शन होना, मसूड़ों में सूजन औ

आपको पेशाब देखकर और इन 5 लक्षणों से पहचान सकते हैं आपको हो गई डायबिटीज की बीमारी, तुरंत करें ये काम आपके लिए लेके आए है कुछ बेहतरीन नुखसे तो फिर आइए जानते हैं।

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आपको पेशाब देखकर और इन 5 लक्षणों से पहचान सकते हैं आपको हो गई डायबिटीज की बीमारी, तुरंत करें ये काम आपके लिए लेके आए है कुछ बेहतरीन नुखसे तो फिर आइए जानते हैं।   वैसे तो डायबिटीज के कई लक्षण हैं लेकिन अगर आपको अचनाक पेशाब से जुड़ी समस्याएं होने लगी हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। पेशाब का रंग या स्मेल से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आप इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं। डायबिटीज एक तेजी से बढ़ती गंभीर बीमारी है। इत्तेफाक से डायबिटीज का कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी अग्नाशय को प्रभावित करती है जिससे वो इंसुलिन नामक हार्मोन को बनाना कम कर देता है या बना नहीं पाता। यह हार्मोन ब्लड में शुगर कंट्रोल करने का काम करता है। टाइप 2 डायबिटीज को लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है जबकि टाइप 1 में ब्लड शुगर कंट्रोल करने के लिए आपको इंसुलिन के इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है और वो भी जीवनभर के लिए। डायबिटीज के लक्षण  क्या हैं? डायबिटीज के कई लक्षण हैं जिनमें थकान, धुंधली दिखाई देना, बेवजह वजन घटना, ज्यादा भूख लगना, घाव का जल्दी ठीक नहीं होना, जल्दी इन्फेक्शन होना, मसूड़ो

Flaxseed in diabetes: Flaxseeds are helpful in controlling diabetes, know 14 healthy and tasty ways to include them in the diet

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  Flaxseed in Diabetes Diet . Flaxseed in diabetes: Flaxseeds are helpful in controlling diabetes, know 14 healthy and tasty ways to include them in the diet  Flaxseed is a rich source of omega-3 fatty acids, alpha linolenic acid, lignans secoisolaricinol, diglucosides and fiber. Image: Adobe Stock  1.Ground flaxseed can be added to smoothies for a boost of fiber and Omega-3 fatty acids Flaxseed oil can be used as a salad dressing or added to marinades for grilled meats or vegetables. 2.Whole flaxseeds can be added to yogurt or oatmeal for a crunchy texture and added nutrition  3.Flaxseed meal can be used as a replacement for some of the flour in baking recipes, such as muffins or bread. 4.Flaxseed crackers can be made by mixing ground flaxseed with water and baking in the oven. These can be enjoyed as a healthy snack. 5.Mixing flaxseed powder into your breakfast cereal or pancakes for a nutritious breakfast option   6.Mixing flaxseed powder into your breakfast cereal or pancakes for a

क्या खाने के बाद आपकी भी बढ़ जाती है शुगर ? 30 मिनट पहले लें सिर्फ एक चीज, गारंटी से कम होगा डायबिटीज

क्या खाने के बाद आपकी भी बढ़ जाती है शुगर ?  30 मिनट पहले लें सिर्फ एक चीज, गारंटी से कम होगा डायबिटीज Diabetes control tips: डायबिटीज ऐसी बीमारी है जिसमें खून में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. जब पैंक्रियाज में इंसुलिन कम बनता है या इंसुलिन काम नहीं करता है तब ग्लूकोज का अवशोषण नहीं हो पाता है और इस स्थिति में डायबिटीज की बीमारी होती है. कुछ लोगों में खाली पेट ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जबकि कुछ लोगों में खाने के बाद ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ती है. दोनों स्थिति खराब है. चूंकि डायबिटीज की बीमारी लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है और इसके लिए मुख्य रूप से हमारा खान पान और गतिहीन जीवनशैली जिम्मेदार होती है. इसलिए अगर हम इसमें सुधार कर लें तो डायबिटीज को खत्म किया जा सकता है. एक्सपर्ट ने सुझाया है कि अगर खाने से 30 मिनट पहले अगर हम बादाम का सेवन करें तो न सिर्फ ब्लड शुगर के लेवल को नीचे लाया जा सकता है बल्कि डायबिटीज का भी काम तमाम किया जा सकता है. एक्सपर्ट ने कहा है कि नाश्ता, भोजन और रात के खाने से 30 मिनट पहले अगर हम हर बार 20 ग्राम बादाम खा लें तो हर दिन 30 ग्राम यह बादाम ब्लड ग्ल

Flaxseed in Diabetes Diet.Flaxseed in diabetes: Flaxseeds are helpful in controlling diabetes, know 14 healthy and tasty ways to include them in the diet?

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Flaxseed in Diabetes Diet . Flaxseed in diabetes: Flaxseeds are helpful in controlling diabetes, know 14 healthy and tasty ways to include them in the diet  Flaxseed is a rich source of omega-3 fatty acids, alpha linolenic acid, lignans secoisolaricinol, diglucosides and fiber. Image: Adobe Stock  1.Ground flaxseed can be added to smoothies for a boost of fiber and Omega-3 fatty acids Flaxseed oil can be used as a salad dressing or added to marinades for grilled meats or vegetables. 2.Whole flaxseeds can be added to yogurt or oatmeal for a crunchy texture and added nutrition  3.Flaxseed meal can be used as a replacement for some of the flour in baking recipes, such as muffins or bread. 4.Flaxseed crackers can be made by mixing ground flaxseed with water and baking in the oven. These can be enjoyed as a healthy snack. 5.Mixing flaxseed powder into your breakfast cereal or pancakes for a nutritious breakfast option   6.Mixing flaxseed powder into your breakfast cereal or pan

तेजी से वजन कम करने के लिए क्या करें?

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तेजी से वजन कम करने के लिए क्या करें? अदरक और नींबू पानी भूख को कम करता है और यह आपको अधिक भूख लगने या अधिक खाने से मोटापे से बचने में मदद करता है। यह एक बेहतरीन मेटाबॉलिज्म बूस्टर भी है जो आपको अधिक कैलोरी बर्न करने में मदद करता है तो फिर चलिए जानते हैं तेजी से वजन करने के तरीके और उपाय= अगर आपको भी वजन कम करना चाहते हैं तो डाइट में करें ये 5 बदलाव करे , तेजी से घटेगी चर्बी 1.वजन कम करने के लिए हैं तो पानी ज्यादा पीएं: वजन कम करने के लिए पानी पीना सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। 2.हेल्दी स्नैक्स से करें वजन कंट्रोल: 3.पर्याप्त नींद लें: ... 4.कॉर्डियों एक्सरसाइज करें: .. 5.प्रोटीन का ज्यादा सेवन करें: ... . 1.वजन कम करने के लिए पानी ज्यादा पीएं: जी हां,  पानी पीने से वजन घटाने में मदद मिलती है । ऐसा माना जाता है कि आठ किलोमीटर की जॉगिंग में जितनी कैलोरी आप खर्च कर पाते हैं, उतनी ही कैलोरी केवल पानी पीकर भी बर्न कर सकते हैं। वजन कम करने के लिए पानी पीना सबसे आसान और प्रभावी तरीका है। एक अध्ययन के अनुसार 500 मिली पानी- पीने से 30-40 मिनट के अंदर 30% तक कैलोरी बर्न हो जाती है।
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लापरवाही और अस्वास्थ्यकर खान-पान के कारण दुर्घटना के रोगी बढ़ रहे हैं।डायबिटीज के मरीज बढ़ते जा रहे हैं।बदलती जीवनशैली और अनहेल्दी फूड्स के कारण डायबिटीज के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। यह बीमारी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करती है, लेकिन लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव कर शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। डायबिटीज के मरीजों को प्रोटीन और फाइबर युक्त फूड्स खाने की सलाह दी जाती है, साथ ही ब्लड शुगर समान्य रखने के लिए मीठी चीजे खाने से परहेज कर सकते हैं। डायबिटीज डाइट में रोटी के लिए कई ऑप्शन मौजूद हैं। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो गेहूं के आटे की जगह इन चार तरह के आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानें… 1.जौ का आटा  जौ का आटा गेहूं की तुलना में शरीर को फिट रखने के लिए काफी मददगार है।इसमें उच्च मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम और आहार फाइबर पाए जाते हैं। जो मधुमेह रोगी के लिए लाभ होते हैं। यह शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है। झौंक के साथ बनी हुई रोटी, परांठा, दलिया आदि को डाइटिंग में शामिल किया जा सकता है। 2.रागी का आटा रागी फाइबर का एक समृद्ध स्रोत है। मधुमेह के रो

प्रोटीन के चौकानेवाले फायदे।

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पहले सब से जानेंगे कि हम प्रोटीन है प्रोटीन अणुओं का एक जटिल समूह है जो शरीर में सभी जरूरी काम करता है. ये बाल, नाखून, हड्डियों और मांसपेशियों को बनाता है. प्रोटीन ऊतकों और अंगों को उनका आकार देता है और उन्हें उनका काम करने में मदद करता है. आइए जानते हैं कि प्रोटीन शरीर के लिए क्यों जरूरी है और ये शरीर को किस तरह फायदा पहुंचाता है. प्रोटीन या प्रोभूजिन एक जटिल भूयाति युक्त कार्बनिक पदार्थ है जिसका गठन कार्बन, हाइड्रोजन, आक्सीजन एवं नाइट्रोजन तत्वों के अणुओं से मिलकर होता है। कुछ प्रोटीन में इन तत्वों के अतिरिक्त आंशिक रूप से गंधक, जस्ता, ताँबा तथा फास्फोरस भी उपस्थित होता है। प्रोटीन के फायदे:  हमारे शरीर को ऊर्जा देने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है. स्वस्थ रहने के लिए हमें अपनी डाइट में रोजोना प्रोटीन से भरपूर आहार शामिल करना चाहिए. हमारी डाइट का करीब 15 से 35 प्रतिशत हिस्सा प्रोटीन का होना चाहिए. प्रोटीन से शरीर को भरपूर एमिनो एसिड्स प्राप्त होते हैं. बच्चों की ग्रोथ और फिटनेस को बनाए रखने के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है. सिंपल भाषा में बात करें तो हमारे सभी दैन

ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए मधुमेह के मरीजों को एक्सरसाइज, हेल्दी लाइफस्टाइल और संतुलित डाइट लेने की जरूरत होती है।

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डायबिटीज क्यों होता है कैसा होता है आइए जानते हैं जब शरीर के पैन्क्रियाज में इन्सुलिन की कमी हो जाती है, मतलब कम मात्रा में इन्सुलिन पहुंचता है, तो खून में ग्लूकोज की मात्रा भी ज्यादा हो जाती है। इसी स्थिति को डायबिटीज कहते हैं। इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है। जो शरीर के भीतर पाचन ग्रंथि से बनता है। डायबिटीज के मरीज को 1 दिन में कितना वॉक करना चाहिए? जानें सही समय और तरीका डायबिटीज में रोजाना वॉक करने से ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद मिलती है। आइए जानते हैं कितना वॉक करें, कब करें और कैसे करें। डायबिटीज में ब्लड शुगर को मैनेज करना बेहद जरूरी है। इसके लिए सिर्फ डाइट ही नहीं बल्कि एक्सरसाइज करना भी बेहद जरूरी है। लेकिन कई बार समय की कमी के कारण लोग एक्सरसाइज नहीं कर पाते हैं। ऐसे में अगर आप सिर्फ थोड़ा सा वॉक कर लें तो ये ब्लड शुगर मैनेज करने में मदद कर सकता है। दरअसल, वॉक करने से शुगर का मेटाबोलिक रेट बढ़ता है, जिससे शुगर मैनेज करने में मदद मिलती है। लेकिन, आपको इसका तरीका और सही समय पता होना चाहिए। तो, आइए जानते हैं इसके बारे में वि

जनवरी के महीने में खिचड़ी खाने के बेहद शानदार 10 बेनिफिट आप भी हो जाएंगे हैरान

डाइजेस्टिव सिस्टम रहेगा एकदम फिट खिचड़ी एक ऐसा भोजन है जो आसान से पच जाता है. ... करीब-करीब भारत के हर हिस्से में खाया जाता है और टेस्टी होने के साथ खिचडी एक सुपरफूड की तरह आपकी सेहत को भी कई तरह से फायदा पहुंचाती है. इसे तैयार करने में कोई परेशानी नहीं आती है और ज्यादातर एक्सपर्ट्स इसके सेवन की सलाह देते हैं क्योंकि कई बड़ी बीमारियों से आपका बचाव होता है. जनवरी के महीने में खिचड़ी खाने के बेहद शानदार 10बेनिफिट आप भी हो जाएंगे हैरान पहले सब से जानेंगे की खिचड़ी खाने के बेनिफिट क्या क्या है तो आइए शुरू करें >  1.डायबिटीज की समस्या में 2.वेट लॉस में सहायक 3.बॉडी को डीटॉक्सिफाई करने में 4. शुगर करें कंट्रोल 5. अच्छी नींद के लिएडाइजेस्टिव सिस्टम रहेगा दुरुस्‍त खिचड़ी एक ऐसा भोजन है जो आसान से पच जाता है. ... 6.इम्‍युनिटी बढ़ाने में मददगार आयुर्वेद के अनुसार, खिचड़ी का 7.सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करता है. ... 8.बॉडी को डिटॉक्स करें ... 9.वजन कंट्रोल करने में असरदार ...

Yoga Tips: शरीर के लिए जरूरी है पॉजिटिव एनर्जी, प्रकाश कुमार साहनी के बताए गय टिप्स से जानिए चुस्त-दुरुस्त रहने का तरीका

YOGA TIPS Yoga Tips:  आजकल लोग हर वक्त थके-थके रहते है और बॉडी पेन की शिकायत करते हैं। पूरा दिन सुस्ती छाई रहती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मामूली सी लगने वाली ये थकावट थायराइड, शुगर, लिवर और दिल की गंभीर बीमारी का सिग्नल हो सकती है। Yoga Tips : अपना बैंक बैलेंस बढ़ाने और सक्सेस पाने की रेस में हम पूरा दिन मशीन की तरह शरीर से काम लेते हैं। लेकिन क्या कभी ये सोचा है कि भगवान की सबसे बड़ी सेहत इस शरीर का ख्याल कैसे रखें। आजकल के सुपर हेक्टिक लाइफस्टाइल में लोगों के पास ये सोचने का वक्त ही नहीं है कि वो सेहत पर ध्यान दें, अच्छा खाना खाएं, वक्त पर सोएं, रेगुलर योग-वर्कआउट करें औऱ इसी का खामियाज़ा उनको भुगतना पड़ रहा है। आजकल लोग हर वक्त थके-थके रहते है और बॉडी पेन की शिकायत करते हैं। पूरा दिन सुस्ती छाई रहती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मामूली सी लगने वाली ये थकावट थायराइड, शुगर, लिवर और दिल की गंभीर बीमारी का सिग्नल हो सकती है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक तो हार्ट अटैक के लगभग 70 प्रतिशत मामलों में महीनों पहले से थकान की शिकायत देखी गई है। इन बीमारियों के अलावा हर वक्त सुस्त रहने की एक

किस माह में क्या खाए और क्या ना खाए l

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P.K.SAHANI किस माह में क्या खाए और क्या ना खाए आयुर्वेद शास्त्रों और आयुर्वेद में भोजन के संबंध में बहुत कुछ लिखा है। जैसे कि किस वार को क्या क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, किस तिथि को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं और किस माह में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। दरअसल, प्रत्येक वार, तिथि या माह में मौसम में बदलावा होता है। इस बदलावा को समझकर ही खाना जरूरी है। जैसे आप यह नहीं जानते हैं कि क्यों नहीं रात को दही खाना चाहिए और क्यों नहीं दूध के साथ नमक नहीं खाना चाहिए। आप इस संबंध में किसी डॉक्टर से पूछ लें। वैसे हम तो बता ही देंगे। खाने के मेल को भी जानना जरूरी है लेकिन फिलहाल यहां प्रस्तुत है कि किस माह में क्या नहीं खाना चाहिए और क्या खाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि हिन्दू माह ही मौसम के बदलाव को प्रदर्शित करते हैं अंग्रेजी माह नहीं। 1.चैत्र माह यह माह अंग्रेजी माह के अनुसार मार्च-अप्रैल के बीच आता है। हिन्दू कैलेंडर के यह प्रथम माह है। इस माह से चैत्र नवरात्रि प्रारंभ होती है। चैत्र माह में गुड़ खाना मना है। चना खा सकते हैं। 2.वैशाख यह माह अंग्रेजी माह के अनुसार अप्रैल-मई के बीच आता